Myog Foundation
डॉ. प्रमोद कुमार वशिष्ठ की ओर से दीपावली की शुभकामनाएँ
✨ MYOG Foundation की ओर से दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ! ✨ हमारे निदेशक डॉ. प्रमोद कुमार वशिष्ठ जी के संदेश के साथ इस दीपावली पर प्रकाश और स्वास्थ्य का संकल्प लें। इस विशेष अवसर पर हम आपको और आपके परिवार को समृद्धि, स्वास्थ्य और खुशियों की कामना करते हैं। आइए, इस दीपावली हम सभी के जीवन में उजाले और प्रेम का संचार करें। 🌟 इस पर्व पर MYOG Foundation का साथ दें और स्वस्थ, खुशहाल जीवन की ओर कदम बढ़ाएं! 🪔 #HappyDiwali #MYOGFoundation #HealthAndWellness #Diwali2024 #PramodKumarVasisth #NaturalHealing #Yoga #SustainableLivin
Dr. Pramod
10/30/20241 min read


दीपावली का महत्व
दीपावली, जिसे भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण त्योहार के रूप में मनाया जाता है, केवल एक अवसर नहीं है, बल्कि यह अंधकार से प्रकाश की ओर, अज्ञानता से ज्ञान की ओर और निराशा से आशा की ओर संक्रमण का प्रतीक है। यह पर्व विशेष रूप से देवी लक्ष्मी के स्वागत के लिए समर्पित है, जिनकी पूजा समृद्धि और खुशियों का प्रतिनिधित्व करती है। भारतीय उपमहाद्वीप में दीपावली के कई सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व हैं, जो विभिन्न समुदायों और परंपराओं में विविधता दर्शाते हैं।
यह त्योहार मुख्य रूप से अक्टूबर या नवंबर के महीने में मनाया जाता है और पांच दिन तक चलता है। पहले दिन, धनतेरस, लोग नए सामान खरीदने का कार्य करते हैं, मान्यता है कि इससे घर में धन एवं समृद्धि का आगमन होता है। दूसरे दिन, नरक चतुर्दशी, लोग अपने पाप और बुराइयों को छोड़ने का संकल्प लेते हैं। तीसरे दिन, मुख्य दीपावली, लक्ष्मी पूजा की जाती है। इस दिन, घरों को दीपों और रोशनी से सजाया जाता है, जो सकारात्मकता और खुशी का संदेश फैलाता है। चौथे दिन, गोवर्धन पूजा, भगवान कृष्ण के प्रति समर्पण को दर्शाता है। अंत में, भाई दूज भाई-बहन के रिश्ते की मिठास को मनाता है।
दीपावली का सांस्कृतिक महत्व विभिन्न रीति-रिवाजों और परंपराओं में निहित है। बुराई पर अच्छाई की विजय का यह पर्व, हमें एकजुटता, भाईचारे और सामंजस्य का संदेश देता है। इस अवसर पर, लोग परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर खुशियों को बांटते हैं। यह पर्व धरोहरों को संरक्षित करने और अगली पीढ़ी को इनकी महत्वता समझाने का भी एक अवसर है। दीपावली का उत्सव, इस बात की याददिहानी करता है कि सही मार्ग का अनुसरण करना और एक सकारात्मक दृष्टिकोण रखना हमेशा आवश्यक है।
myog फाउंडेशन का योगदान
myog फाउंडेशन का उद्देश्य जीवन शैली में संतुलन लाना और व्यक्तिगत स्वास्थ्य को समृद्ध करना है। यह फाउंडेशन योग, प्राकृतिक चिकित्सा और सतत जीवन के सिद्धांतों के माध्यम से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत है। myog फाउंडेशन न केवल शारीरिक व्यायाम के महत्व को समझाता है, बल्कि इसके साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी प्राथमिकता देता है। यह ध्यान, प्राणायाम और योगाभ्यास के माध्यम से संतुलन की स्थिति को प्राप्त करने में मदद करता है।
फाउंडेशन के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें योग कार्यशालाएं, सेमिनार, और स्वास्थ्य संबंधी शिविर शामिल हैं। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और उन्हें सशक्त बनाना है ताकि वे अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकें। इसके अतिरिक्त, फाउंडेशन प्राकृतिक चिकित्सा के विभिन्न तरीकों जैसे की औषधीय पौधों का उपयोग और संतुलित आहार के महत्व को भी उजागर करता है। यह न केवल बीमारी के उपचार पर ध्यान देता है, बल्कि रोग निवारण के लिए भी जागरूकता फैलाता है।
दीपावली जैसे पर्व पर, जब हम अपने संकल्पों का पुनरावलोकन करते हैं, तो myog फाउंडेशन हमें मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की प्रेरणा देता है। यह अवसर हमें याद दिलाता है कि कैसे खुशी के इस समय में हम अपने जीवन में योग और स्वास्थ्य के सिद्धांतों का समावेश कर सकते हैं। सकारात्मकता और स्वास्थ्य आंतरिक शांति का आधार होते हैं, और myog फाउंडेशन के माध्यम से हम इन मूल्यों को अपने जीवन में उतार सकते हैं।
दीपावली की शुभकामनाएँ
दीपावली, जिसे दीपों का त्योहार भी कहा जाता है, हमारे जीवन में प्रकाश और समृद्धि का संकेत है। इस विशेष अवसर पर, डॉ. प्रमोद कुमार वशिष्ठ ने सभी को व्यक्तिगत शुभकामनाएँ भेजी हैं। उनके उदार और सकारात्मक संदेश में यह दर्शाया गया है कि किस तरह दीपावली का पर्व हमें नई आशाओं और सुख-समृद्धि की ओर ले जाता है।
डॉ. वशिष्ठ का मानना है कि दीपावली न केवल प्रकाश का पर्व है, बल्कि यह परिवार, मित्रों और समाज के साथ में उल्लास और एकता का भी प्रतीक है। वे सभी के लिए स्वास्थ्य, धन और खुशी की कामना करते हैं। उनका संदेश सभी को प्रेरित करने का उद्देश्य रखने वाला है, जिससे हर व्यक्ति अपने जीवन में सकारात्मकता का संचार कर सके।
इस त्योहार के दौरान, डॉ. वशिष्ठ ने यह भी बताया कि हमें न केवल अपने लिए, बल्कि दूसरों के लिए भी शुभकामनाएँ देने की आवश्यकता है। उन्होंने विचार व्यक्त किया कि जब हम दूसरों के प्रति अच्छाई और सकारात्मकता का संचार करते हैं, तब हम खुद भी सुख और शांतिपूर्ण जीवन का अनुभव करते हैं। दीपावली का यह समय हमें एकत्रित होकर प्यार और भ्रातृत्व के साथ एक-दूसरे की मदद करने का अवसर देता है।
इस प्रकाश पर्व पर, डॉ. प्रमोद कुमार वशिष्ठ की ओर से दी गई शुभकामनाएँ न केवल व्यक्तिगत हैं, बल्कि वे सभी के लिए एक प्रेरणा हैं। अतः हमें चाहिए कि हम उनके संदेश को आत्मसात करें और अपने आसपास के लोगों के साथ इस सुखद अवसर को मनाने के लिए तैयार रहें।
नवजीवन के प्रतीक के रूप में दीपावली
दीपावली, जिसे हम दीयों के उत्सव के रूप में जानते हैं, नवजीवन और नई शुरुआत का प्रतीक है। इस विशेष अवसर पर हम अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विचार करने का समय लेते हैं, जैसे कि व्यक्तिगत विकास, स्वास्थ्य, और मानसिक शांति। दीपावली का पर्व हमें यह याद दिलाता है कि प्रत्येक विशेष दिन एक नया आरंभ है, और हमें अपने संकल्पों को नवीनीकरण करने का समय है।
जैसे दीपक अंधकार में रोशनी फैलाता है, वैसे ही दीपावली हमें आशा और सकारात्मकता का संदेश देती है। यह पर्व हमें प्रेरित करता है कि हम अपने भीतर की शक्ति को पहचानें और अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करें। इस दौरान, हम अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने, आंतरिक शांति बनाए रखने, और समाज में एकता को बढ़ावा देने के लिए अपने मन में नए संकल्प बना सकते हैं।
हम सभी जानते हैं कि बदलते समय के साथ हमें अपने दृष्टिकोण और व्यवहार को भी बदलने की आवश्यकता होती है। दीपावली हमें यह सोचने का अवसर प्रदान करती है कि हम अपने पुराने बोझ को छोड़कर एक नए रास्ते पर आगे बढ़ें। यह समय है न केवल संकल्प लेने का, बल्कि उन संकल्पों को अपने जीवन में लागू करने का। हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हम अपने कार्यों के माध्यम से दूसरों की मदद करें, अपने समुदाय में सकारात्मक योगदान दें, और एक बेहतर भविष्य की ओर बढ़ें।
इस प्रकार, दीपावली केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह नवजीवन और आत्म-नवीनीकरण का एक प्रतीक है। हम इस दिवाली का उपयोग अपने जीवन को और बेहतर बनाने के सिलसिले में करें और एक सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ें।
